The Possession Explained In Hindi DeshJagat

The Possession:- द पॉसेशन एक्सप्लेन इन हिंदी एक ऐसी कहानी जो शरीर एक लेकिन आत्मा दो वाले कॉन्सेप्ट पर बेस्ड है। और ये एक सच्ची कहानी है बेस्ड ओं ट्रू स्टोरी है।

The Possession Full Movie Explained In Hindi DeshJagat

The Possession Full Movie Explained

द पॉसेशन एक ऐसी मूवी है जो इंसान शैतान और भगवान तीनो के बीच में एक ऐसी जंग को शोकेस करती है जिसमे फाइनली जीत किसकी हुई ये फिल्म के ख़तम होने के बाद भी स्मजना थोड़ा मुश्किल है। शायद ये पहेली बार होगा जब शैतान इंसान और भगवान दोनों पे भारी पड़ गया।

STORY

कहानी एक छोटे से परिवार की जिसमे दो प्यारी सी बच्ची और मम्मी पापा सामिल है। लेकिन ये फैमिली परफेक्ट नहीं क्युकी मम्मी पापा का रिश्ता टूट गया है मतलब मम्मी पापा का डाइवोर्स हो गया है। अब पापा बच्चो से वीकेंड पर मिलने आते है और दोनों बच्चियां एमली और हेना उनके साथ उनके घर पर वक्त बीतने चली जाती है। इन दोनों बच्चो मे से जो छोटी वाली है एमली उसके बारे मे जानते है। ये लड़की बड़े सॉफ्ट दिल की है जो इंसान और जानवर दोनों से बराबर प्यार करती है। इसलिए खाने की थाली में सिर्फ वेजेटेरियन फूड होता है।

कहानी आगे बढ़ती है तो पापा के साथ घूमते वक्त ये दोनों बच्चियां रोड साइड सेल पर जबरजस्ती गाड़ी रुकवा लेती है। जहा पर एक परिवार घर का समान एकदम सस्ते रेट मे बेच रहा होता है क्युकी उनको पैसों की भोत जरूरत थी। और इस पूरे समान मे से एमली को बस एक चीज पसंद अति है।

एक लकड़ी का बना हुआ अजीब सा डब्बा जिसमे फॉरेन लैंगवेज मे कुछ लिखा हुआ था जिसको कोई भी समझ नहीं पाया। बस जैसे ही डब्बा एमली के साथ घर पोंचता है फिल्म का टोन हैप्पी से हॉरर मे बदल जाता है।

हर रात सोने से पहले ये डब्बा एमली का नाम पुकारता है और उसमे से एक डरावनी आवाज सुनाई देती है।  धीरे धीरे एमली पर इसका असर होता है और वो बदलने लगती है। जिंदगी को खुश होकर जीने वाली लडकी पागलपन वाली हरकते करने लगती है।

पहले तो प्लेट मे रखा खाना जो कोई भी नॉर्मल इंसान 30 से 35 मे ख़तम करेगा उसे एमली 1 मिनट में खा जाती है। फिर जब पापा उसको रोकने की कोशिश करते है तो उनके हाथ मे फॉर्क घुसा देती है।

और बादमें रिएक्शन ऐसा जैसे उससे याद ही ना हो की एक सेकंड पहले हुआ क्या था। एक अजीब इंसीडेंट्स और होता है बड़ी बेटी हैना के साथ। एक सुबह अचानक से उसके कमरे में से चीखने चिलाने की आवाज सुनाई पड़ती है।

बाद में पता चलता है बिस्तर पर एक मोथ(कीड़ा) बैठा हुआ है जिसे पापा मार देते हैं। और इसे देखकर एमली का दिल टूट जाता है क्योंकि वह जानवरों से बहुत प्यार करती थी।

लेकिन उसकी अगली रात हैना को बाथरूम में फिर से वही मोथ दिखाई देता है। और इस बार एक या दो नहीं पूरे 100  200 मौथ घर में घुस जाते हैं। और उसी वक्त एमली के रूम का दरवाजा खुलता है जहां एमली बेहोश बैठी होती है उसके आसपास लाखों कीड़े उड़ रहे होते हैं।

इंसीडेंट के बाद बच्चे वापस अपनी मां के पास चले जाते हैं। लेकिन स्कूल में अगले ही दिन एमली का उसके दोस्त के साथ उसी डब्बे को लेकर झगड़ा हो जाता है जिसे स्कूल में वो अपने साथ ले गई थी।

टीचर उस डब्बे को अपने पास रख लेती है और रात में उनके साथ एक खतरनाक हादसा होता है। जैसे कोई ना दिखाई देने वाली शक्तियां उन्हें हवा में उठाकर पटक ना शुरू कर देती हैं और अगले दिन उनकी मौत की खबर पता चलती है।

यहां से पापा को उस डब्बे और एमली कि अजीबोगरीब बिहेवियर पर शक होने लगता है। बंदा जब उस डब्बे को चोरी से खोल कर देखता है तो अंदर एक दांत मिलता है, एक कुत्ते का पुतला भी होता है और सामने एक मिरर लगा होता है।

इस बीच एक खतरनाक सीन स्क्रीन पर आता है। जब एमिली खुद को शीशे में देख रही होती है कि तभी उसके मुंह के अंदर से किसी का हाथ भार निकलता हुआ दिखाई देता है। और वो भोत डर जाती है।

जब डॉक्टर के पास चेक अप करने के लिए ले जाया जाता है तब बॉडी स्कैन करने के बाद स्क्रीन पर एमिली के पेट से शैतान का चेहरा नजर आता है। मतलब वहा एमली पॉसेस हो चुकी थी यानी कि अब वो  शरीर एक और आत्मा डबल हो गई थी।

फिर पापा इंटरनेट से एक्सोर्सिज्म के बारे में पता लगाते है। एक्सोर्सिज्म मतलब इंसान के शरीर में घुसी हुई आत्मा को निकालने वाला प्रोसेस। यहां से उन्हे एक प्रिस्ट के बारे में पता चलता है जो भगवान का नाम लेकर इंसान को जब्रजस्ती से कंट्रोल करने वाले शैतान को बाहर निकालने में एक्सपर्ट होते हैं।

लेकिन जैसे ही वो उस डब्बे को देखते है तो उनके होश उड़ जाते हैं जैसे कि मानो शैतान को नहीं खुद शैतान के राजा डेविल को देख लिया हो जिस से लड़ना इंसान तो क्या भगवान के बस में भी नहीं है।

अब एंडिंग मे एमली बच पाएगी की उसके अंदर का राक्षस उसे खा जाएगा। और उस डब्बे में ऐसा क्या है। ये सब जानना चाहते हो तो आगे पड़ते रहे।

प्रीस्ट डब्बे को देख कर बताता है कि यह 1920s के फोलें का डब्बा है जिसका इस्तेमाल उस टाइम के लोग जादू टोने के लिए किया करते थे। डब्बे के अंदर शैतान को बंद करके उसपे काबू करने की कोशिश की जाती थी।

डब्बे के अंदर बंद एक बुरी आत्मा है जिसे भूतो की दिक्टनारी मे दीबक बोला जाता है। एक ऐसा शैतान जो छोटे मासूम बच्चों को अपना शिकार बनाता है। पहले दोस्ती करता है फिर धोखे से मौका पाते ही उनके शरीर में घुस जाता है।

लेकिन लेकिन एक बुरी खबर ये की प्रिस्त एक्सोर्सिज्म करने से मना कर देते है। क्योंकि इस प्रोसेस के बीच में यह शैतान किसी भी इंसान को अपना घर बना सकता है इतनी बुरी ताकत है उसमे।

फिर प्रीस्ट का बेटा जेडेक मदद करने को तैयार होता है और शैतान को हराने का एक अजीबोगरीब रास्ता बताता है। सबसे पहले दिबक का असली नाम पता करना पड़ेगा। बाद में उसी नाम को चिल्लाकर भगवान को याद करना पड़ेगा और उसी डिब्बे में उसे घुसने को मजबूर करना पड़ेगा।

लेकिन दिल और दिमाग दोनों उस वक्त मजबूत होने चाहिए वर्णन नजर हटी दुर्घटना घटी। दीबक का नाम पता करने के लिए उसी डब्बे को तराशा जाता है जिससे वो एमली के जिंदगी में घुसा था।

कुछ भी ना मिलने पर जब उस डब्बे में लगे मिरर को तोड़ा जाता है तो पीछे एबिसो लिखा दिखाई देता है। बस अगले सीन में जेड़क सीधा इमली के पास हॉस्पिटल पहुंच जाता है।

यहां से शुरुआत होती है क्लाइमैक्स की शैतान वर्सेस भगवान प्लस इंसान। लेकिन होता कुछ ऐसा है की एक्सोर्सिज्म की शुरुआत में ही एमली के अंदर बैठा शैतान उसे हॉस्पिटल के आखरी रूम में ले जाता है जिसका पीछा करते हुए पापा भी वहां पहुंचते हैं।

जब जेदक और बाकी के घरवाले उनके पास पहुंचते हैं तो सब कुछ नॉर्मल हो जाता है। एमली वापस इंसान में बदल जाती है लेकिन पापा थोड़े ज्यादा ही शांत हो जाते है। बस यहां अता है ट्वीस्ट दीबक पापा को अपना नया घर बना लेता है।

लेकिन जेडक उसको भगाने का रास्ता जानता था इसलिए डब्बा सामने रखकर बार बार एबीसो का नाम पुकारने लगता है। बस यहां पर पूरी फिल्म में पहली बार दीबक का असली रूप दिखाई देता है।

एक डरावना घिनौना सा क्रिएचर देख कर आंख तो क्या दिल और दिमाग दोनों डर से कांपने लग जाए। और दीबल यूज डब्बे में वापस चला जाता है।

अगले सीन में सब कुछ नॉर्मल हो जाता है एमली और उसकी फैमिली हंसी खुशी लाइफ में आगे बढ़ती है। तभी फोन अता है ज़ेड़क का जो दीबक को कोई ऐसी जगह ले जरा होता है जहा वो इंसानों से दूर रहे।

और यहां फाइनल ट्वीस्ट अता है। जहां ज़ेडक की कार का अचानक से एक्सीडेंट हो जाता है जिसमें उसकी मौत हो जाती है और शैतानी बॉक्स रोड पर गिर जाता है और वो निकल पड़ता है किसी नई होस्ट की तलाश में।

 अब आप बताओ कि शैतान भगवान और इंसान मे तीनो मे से जीत किसकी हुई।  आशा करता हूं आपको आर्टिकल पसंद आया होगा हमें कमेंट करके जरूर बताइए गा।

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